मन और शरीर में घनिष्ठ सम्बन्ध है। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन रहता है। छात्रों को चाहिए कि वे केवल अपने मन को ही नहीं, बल्कि अपने शरीर को भी विकसित करें। दुर्बल स्वास्थ्य रखकर हम कोई भी कठिन काम नहीं कर सकते। अतः हमारे लिए स्वास्थ्य उतना ही आवश्यक है जितनी शिक्षा। इसीलिए आजकल स्कूलों में शारीरिक शिक्षा को बहुत महत्त्व दिया जाता है।